सुंजुवां शैन्य शिविर पर आतंकी हमला एक कायरता
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कायरता की पराकाष्ठा पार कर चुका पाकिस्तान बार.बार हमारे सैन्य शिविरों पर जो छद्म हमला कर रहा है ये किसी देश की विजय गाथा तो नही कहा जा सकता ये उसकी छुद्रता का परिचायक है। पिछले काफी वक्त से पाकिस्तान आतंकियों की घुसपैठ कराने के लि बार.बार सीजफायर का उल्लंघन कर रहा है। उड़ी के बाद शैन्य शिविरांे पर दूसरा सबसे बड़ा आतंकी हमला है। भोली.भाली जनता को भारतवर्ष के खिलाफ भड़का कर जो घटिया कर्म पाकिस्तानी शासक कर रहे हैं उसका परिणाम एक विध्वंस की तरफ इशारा करता है। इस आतंक के कारखाने से कमोवेश विश्व के सभी देश प्रभावित हैं। 90 के दशक मे एक फिल्म आयी थी जिसमें अमिताभ जी ने कहा था ष्ष्किड़ा दो तरह के होते हैं एक कचरे से पनपता है दूसरा पाप की गंदगी से उठता है कचरे वाला किड़ा इन्सान को बीमार कर देता है मगर पाप की गंदगी का किड़ा पूरे सामाज को बीमार कर देता हैष्ष्। ये पाकिस्तान भी पाप की गंदगी वाला कीट है जो वैश्विक सामाज को बीमार बना दिया है। 9 फरवरी को अफजल गुरू की फांसी का वर्षगांठ मनाना और उसके विरोध में आतंकी हमला करना एक बीमार मानसिता का परिचायक है। ये सरासर कायरता को दर्शाता हैए पाकिस्तान कभी भी सीधे तौर पर भारत का सामना नहीं कर सकता हैंए इसलिए छुप.छुप कर हमला करता है। विडम्बना है कि हर बार हमारे सैनिक उन्हें चारो खाने चित कर देते हैं।
हमारे सौनिकों ने यह साबित कर दिया है कि वे अपने फर्ज से कभी पीछे नही हटेंगे देश का सर झुकने नहीं देंगें। हम सभी भारतवासी का भी फर्ज बनता है कि जब भी अपने फौजी भाइयों से मिलें तो उन्हें सलामी दें सैनिको का मनोबल बनाये रखने के लिए यह सम्मान उन्हें मिलना ही चाहिए तभी देश की मान.मर्यादा पर मर मिटने वाले शहिदांे की सच्ची श्रद्धांजली होगी। जो सैनिक दिन.रातए सर्दी.गर्मीए धूप.पानी और भूख.प्यास को भूल कर हमारी रक्षा के लिए सरहद पर डटे रहते हैं उनके लिए एक आम नागरिक क्या कर सकता है घ् कम से कम उन्हें सम्मान तो दे ही सकता है। एक आम नागरिक को भी अपने व्यस्त दिनचार्या से कुछ समय निकाल कर इस विषय पर चिन्तन करने की आवश्यकता है।
शनिवार प्रातः 4.5 के बीच जम्मू.कश्मीर के सुंजवां सौन्य शिविर को पाकिस्तानी आतंकवादियों ने निशाना बनाया है। अपने नापाक इरादों को अंजाम देने के लिए हमला आवासीय कालोनी पर किया। हमेशा की तरह किसी भी तरह शांति के माहौल को बिगाड़ने में लगे रहतें हैं। जम्मु.काश्मीर में लगातार अशांति का माहौल बनाना चाहते हैं। जैश.ए.मोहम्मद के इस हमले में हमारे देश के कई सपूत शहिद हो गयेए कुछ घायल हो गये लेकिन देश की आन बान और शान पर नापाक नजर रखने वाले दुःश्मनो के इरादों को सफल नही होने दिया। सेना और जवानों ने बखुबी से अपने काम को अंजाम दिया और दुश्मनों को मुँहताड़ जवाब दिया है। सेना के जवानों की जितनी तारीफ की जाय कम है। जानकारी के लिए यह बता देना आवश्यक है कि भारतीय सेना द्धारा ष्ष्आॅल आउट मिशन चलाया जा रहा है जिसमें जम्मु.कश्मीर से समस्त आतंकवादियों का सफाया किया जायगा।
मेरी संवेदनाएं उन सभी घायलों और शहिद परिवारों के साथ है जिनके सपूत इस पूण्य कार्य में देश की रक्षा करते हुए अपनी जान का बलिदान दिया।