क्या आपकी जन्म कुंडली में धन योग है
आपकी जन्म कुंडली में धन योग है या नहीं यह जानने के लिए इस बात को समझना आवश्यक है कि धन योग बनता कैसे है। जन्म कुंडली का पहलाए दूसराए पांचवाए नवमा एवं ग्यारहवां भाव और उनके मालिक ग्रह धन योग का निर्माण करते हैं।
यदि इन भावों के मालिक ग्रह अपने ही भाव में स्थित हों तो धन योग बनता है। यदि इन भावों के मालिक ग्रह एक दूसरे के भावों में स्थित हों तो धन योग बनता है एवं यदि इन भावों के दो या दो से अधिक मालिक ग्रह किसी भी भाव में एक साथ स्थित हों तो धन योग बनता है।
एक व्यक्ति की जन्म कुंडली में एक से अधिक धन योग भी हो सकते हैं। अलग अलग धन योग की क्षमता भी अलग अलग होती है।
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