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गुरुवार, 29 मार्च 2018

धन-सम्पत्ति, भवन, भूमि एवं विवाह के अचूक मंत्र।


धन-सम्पत्ति, भवन, भूमि एवं विवाह के अचूक मंत्र।

देवों में भगवान गणेश को विघ्नहर्ता कहा गया है। जो व्यक्ति भगवान गणेश की पूजा शुद्ध हृदय से करते हैं भगवान गणेश उस व्यक्ति के जीवन में बाधा, संकट, दरिद्रता एवं रोग-दोष कभी नहीं आने देते हैं। अगर जीवन को सुखमय बनाना हो तो आज से ही भगवान गणेश जी की आराधना करना सुरू करें। भगवान गणेश जी व्यक्ति के हर हर वरदान को पूरा करने की क्षमता रखतें हैं। अतः विना किसी संकोच आप उनसे अपनी इच्छा पूर्ति के लिए कामना कर सकते हैं।


धन धान्य से पूर्ण जीवन को समृद्धशाली बनाने के लिए भगवान गणेश जी मंगल कलश की स्थापना करें, लड्डु को भोग लगायें तथा दुर्वा एवं शमी के पत्र भगवान गणेश जी को अर्पण करें जो उन्हैं अति प्रिय है। गणेश चतुर्थी को विशेष रूप से इनकी आराधना फलदायक होती है। इस अवधि में निम्न उपाय करें -


1)      विवाह योग्य जातक निम्न मंत्र का पाठ करें -

ऊँ ग्लौम गणपतयै नमः।

11    माला जाप करें तथा गणपति संकट स्तोत्र का पाठ करें भगवान                  गणेश जी आपका कल्याण करेंगे।

2)    यदि भवन निर्माण के कार्य या प्राप्ति में बाधायें आ रही हो तो निम्न               उपाय करें -

      श्री गणेश पंचरत्न स्तोत्र तथा भुवनेश्वरी स्तोत्र या भुवनेश्वरी चालीसा का          पाठ करें।

3) सम्पत्ति प्राप्त करने में आनेवाले बाधाओं को दूर करने के लिए -

       श्री गणेश चालीसा, लक्ष्मी सूक्त या कनकधारा स्तोत्र का पाठ करना            चाहिए। 

4) भूमि प्राप्ति में यदि किसी प्रकार का विघ्न आ रहा हो तो उसे दूर                  करने  के लिए  -

        श्री गणेश संकटनाशन स्तोत्र एवं ऋणमोचन मंगल स्तोत्र का पाठ करें 

(यह कार्य प्रातः एवं संध्या काल में नियमित रूप से करें निश्चय ही  सफलता प्राप्त होगी)

5) अकूत धन प्राप्ति के लिए जातक को निम्न मंत्र का पाठ करना चाहिए। 

ऊँ श्रीं ऊँ ह्रीं श्रीं ह्रीं क्लौं विश्वेश्वराय नमः।

(गणेश मंत्र एवं कुबेर मंत्र का पाठ करने के बाद इस मंत्र की 11 माला जाप करें )

हमलोग अक्सर भगवान गणेश जी की पूजा करते हैं लेकिन एक अत्यंत भूल करते हैं, हमलोग भगवान गणेश जी के वाहन मूषक की पूजा नहीं करते हैं अतः भगवान गणेश जी की पूजा करने के बाद मूषकराज को पूजना न भूलें। अंत में एक और आवश्यक बात कि मूषकराज के कान में अपनी मनोकामना को बोलें क्योंकि मूषकराज के कान में कही गयी बातें भगवान गणेश जी अवश्य पूरा करते हैं। 

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