ज्ञान पथिक चैनल के सभी दर्शकों को धनतेरस की बहुत-बहुत शुभकामनाएँ।
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यह पर्व समस्त भारतवर्ष में मनाया जाता है। हमारे हिन्दु धर्म ग्रन्थों के अनुसार भगवान धनवंतरी को भगवान विष्णु का ही रूप माना जाता है। इनकी चार भुजाएँ होती है, जिसमें एक भुजा में शंख, दूसरे भुजा में चक्र, तीसरे तथा चैथे भुजा में औषधि एवं अमृत धारण करते हैं।
आज हम आपको कुछ उपाय बताने जा रहें हैं जो इस धनतेरस को आपके घर में सुख, शांति एवं समृद्धि का फल पूरे वर्ष भर देता रहेगा।
शास्त्रों में कहा गया है कि समुद्र मंथन के समय जिस प्रकार माता लक्ष्मी उत्पन्न हुई थीं अनेक दुर्लभ एवं पवित्र वस्तुओं के अलावे त्रयोदशी को भगवान धनवंतरी समुद्र से प्रकट हुए थे। इसीलिए इस भगवान का जन्म दिवस दिपावली के दो दिन पूर्व मनाया जाता है।
भगवान धनवंतरी के हाथ में जो कलश है वो पीतल का ही बना हुआ है अतः पीतल ही भगवान धनवंतरी की प्रिय धातु है। बहुत से लोग इस दिन सोने चाँदी इत्यादि खरीदते है जो शुभ होता है। ऐसा कहा गया है कि पीतल के के बर्तन खरीदने से 13 गुना अधिक लाभ मिलता है। कुछ लोग इस दिन घनियाँ भी खरीदते हैं ऐसा माना जाता है कि धनियाँ खरीदने से घर में धन की वृद्धि होती है।
धनतेरस पर क्या करें क्या न करें।
धनतेरस के रात्रि में यामराज को दीपदान किया जाता है ऐसी परंपरा है कि इस दिन दीपदान करने से व्यक्ति को मृत्यु का भय नहीं रहता है।
धनतेरस के रात्रि मेें भगवान कुबेर का पूजन अवश्य करना चाहिए। घर में रखे तिजोरी का पूजन भी करना चाहिए।
इस मंत्र का यथासंभव पाठ करना चाहिए:
‘‘यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धन-धान्य अधिपतये धन-धान्य समृद्धि मेे देहि दापय स्वाहा‘
राशि के अनुसार धातु या बर्तन खरीदना शुभ फल देता है।
मेष राशि: इस राशि के लोगों को सोना, चाँदी, ताँबे का बर्तन, हीरा, गहने, भूमि, मकान और वस्त्र खरीदना अधिक फलदायक होता है।
क्या करें : घर के मुख्य द्वार पर तेल का दीपक जलायें एवं उसमें दो कौड़ी डाल दें।
क्या न करें : लोहा, रसायन या चमड़े की वस्तुएँ कदापि न खरीदें।
राशि के मंत्र : ऊँ हनुमते नमः।
वृषभ राशि : इस राशि के लोगों को सोना, पीतल, चाँदी, कम्प्युटर, काँसा, हीरा, बर्तन, चावल, केसर, गहने, भूमि, मकान और वस्त्र खरीदना अधिक फलदायक होता है।
क्या करें : दो कमलगट्टे एवं खोआ का मिष्ठान माता लक्ष्मीनारायण मंदिर में समर्पित करें।
क्या न करें : वाहन, खाद, तेल, लकड़ी और चमड़े की वस्तुएँ कदापि न खरीदें।
राशि के मंत्र: ऊँ दुर्गादेव्यै नमः।
मिथुन राशि: इस राशि के लोगों को पुखराज, चाँदी, सोना, भगवान गणेश की मूर्ति एवं एक जोड़ा हँस खरीदना अधिक फलदायक होता है।
क्या करें : केले का दो वृक्षारोपण करें तथा ज बह फल दे तो ब्राम्हण को दान करें।
क्या न करें : किसी को कर्ज न दें।
राशि के मंत्र: ऊँ गं गणपतये नमः।
कर्क राशि: इस राशि के लोगों को स्फटिक या चाँदी का श्री यंत्र खरीदना अत्यंत शुभ एवं विशेष फलदायक होता है।
क्या करें :रात्रि में पूजा स्थान पर जागरण करें।
क्या न करें : काले रंग की वस्तुओं का क्रय न करें।
राशि के मंत्र: ऊँ नमः शिवाय।
सिंह राशि : इस राशि के लोगों का ताँबे का बर्तन खरीदना चाहिए या सोने में निवेश करना चाहिए इससे माता लक्ष्मी कि विशिष्ट कृपा होती है।
क्या करें : आक की रूई का दीपक संध्या के समय किसी तिराहे पर रखें
क्या न करें: लोहे तथा लोहे से निर्मित वस्तुओं का क्रय न करें।
राशि के मंत्र: ऊँ सुर्यायें नमः
कन्या राशि : इस राशि के जातक को इलेक्ट्रानिक वस्तुएँ जैसे मोबाइल, टेलीविजन, लैपटाॅप, एसी इत्यादि की खरीददारी कर सकते हैं।
क्या करें : लक्ष्मीनारायण के मंदिर में दो कमलगट्टे अर्पण करें।
क्या न करें : इस दिन सफेद रंग का परित्याग करें सफेद कपडा़ न खरीदें न पहनें।
राशि के मंत्र: ऊँ गं गणपतये नमः।
तुला राशि : इस राशि के जातक को दुर्गा जी की मूर्ति, और किसी भी प्रकार के वाहन की खरीददारी करना शुभ फलदायक होता है।
क्या करें :लक्ष्मीनारायण के मंदिर में नारियल चढायें।
क्या न करें : किसी प्रकार का वाहन या लोहे का सामान न खरीदें।
राशि के मंत्र: ऊँ महालक्ष्मै नमः।
वृश्चिक राशि : इस राशि के जातक को पीतल या पीतल से बनाी वस्तुएँ खरीदना चाहिए।
क्या करें : श्मशान के कुएं से जल ला कर पीपल के वृक्ष पर चढाएँ।
क्या न करें : इस दिन काले रंग के वस्त्र का परित्याग करें।
राशि के मंत्र: ऊँ हनुमते नमः।
धनु राशि : इस राशि के जातक को लाल रंग का गुलदस्ता या क्राॅकरी की खरीददारी शुभ फलदायक होता है।
क्या करें : गूलर के 11 पत्ते को मौली से बांध कर किसी बरगद के वृक्ष में बांध दंे।
क्या न करें : : फर्नीचर एवं प्रसाधन का सामान न खरीदें।
राशि के मंत्र: ऊँ श्री विष्णवे नमः।
मकर राशि : इस राशि के महिला जातक को चाँदी से निर्मित पैर में पहनने वाली वस्तुएँ खरीदना चाहिए एवं पुरूष को नारियल खरीदना शुभ माना जाता है।
क्या करें : आक की रूइ का दीपक शाम के समय तिराहे पर रखें।
क्या न करें : पीले रंग के वस्त्र एवं पीले रंग की मिठाइयाँ न खरीदें।
राशि के मंत्र: ऊँ शं शनिश्चराये नमः।
कुम्भ राशि : इस राशि के जातक को हनुमान जी की पंचमुखी मूर्ति, बाँस का पौधा, आजकल बम्बु ट्री का प्रचलन है, एवं म्युजिकल इन्सट्रुमंेंट की खरीददारी अधिक शुभ माना जाता है।
क्या करें : रात्रि में धनतेरस पूजन स्थान पर ही जागरण करें
क्या न करें : लोहा या लोहे से निर्मित वस्तु का परित्याग करें।
राशि के मंत्र: ऊँ महामृत्यंुजय नमः।
मीन राशि: इस राशि के जातक को चीनी के खिलौने, घड़ी, किताबें, पेन इत्यादि की खरीददारी कर सकतें हैं।
क्या करें : केले का दो पौधा लगाएं सेवा करें और उसका फल ब्राम्हण को दान में दें।
क्या न करें : एल्मुनियम तथा इससे निर्मित वस्तुएँ न खरीदेें।
राशि के मंत्र: ऊँ नारायणाय नमः।
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